खिचड़ी, चोखा और साथ में छिपकली। यह न ही कोई मेनू है और न ही
कोई भोजन का प्रकार। यह एक घटना है जो मध्याह्न भोजन के अंतर्गत बच्चों को परोसा
गया।
अगर हम ताजा घटना पर नजर डालें तो बिहार के सीतामढ़ी जिला के एक मिडिल स्कूल में मिड डे मील योजना के दौरान एक बच्चे की थाली में खिचड़ी, चोखा और छिपकली मिली। इससे बच्चा डर गया और अपने प्राचार्य को बताया, स्कूल के प्राचार्य ने उसकी थाली के खाने को फेंकवा दिया, लेकिन वह यह नहीं समझ सका कि छिपकली उसकी थाली में मिली है या पूरा खाना ही जहरीला हो गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि जहरीला खाना खाकर 124 बच्चे अस्वस्थ और बेहोश हो गये। जिसे नजदीकी स्वास्थ केन्द्र में भर्ती कराया गया।
अगर हम ताजा घटना पर नजर डालें तो बिहार के सीतामढ़ी जिला के एक मिडिल स्कूल में मिड डे मील योजना के दौरान एक बच्चे की थाली में खिचड़ी, चोखा और छिपकली मिली। इससे बच्चा डर गया और अपने प्राचार्य को बताया, स्कूल के प्राचार्य ने उसकी थाली के खाने को फेंकवा दिया, लेकिन वह यह नहीं समझ सका कि छिपकली उसकी थाली में मिली है या पूरा खाना ही जहरीला हो गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि जहरीला खाना खाकर 124 बच्चे अस्वस्थ और बेहोश हो गये। जिसे नजदीकी स्वास्थ केन्द्र में भर्ती कराया गया।